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भूत :– सच या फिर वहम





अक्सर आप लोगों ने हॉरर मूवीज में देखा होगा की एक दुष्ट साया अक्सर लोगों को परेशान करता है। उसकी वजह से आस पास रखी हुई चीजें अपने आप ही हिलने लगती है और कभी कभी तो ऐसा लगता है कि कोई हमारे आस पास से होकर गुजर रहा है। इसके अतरिक्त हमारे आस पास का तापमान भी अचानक ही गिर जाता है।

 ऐसा वास्तविकता में होता है या नहीं ये तो पता नहीं लेकिन इस विषय पर अक्सर लोगों के विचार  एक दूसरे से अलग ही होते है। वैज्ञानिक भूतों और  प्रेतों में विश्वास नहीं करते लेकिन वे उनकी उपस्थिति को भी नही नकार सकते। भूतों प्रेतों और एलियंस की संभावनाओं को नकारना पूरी तरह से बेवकूफी है क्योंकि हम लोग अभी अपने ब्रह्मांड को आखिर जानते ही कितना है! ब्रह्मांड की गहराइयों में ऐसे अनगिनत राज छिपे हुए हैं जो हमारी कल्पनाओं से परे है।

ब्रह्मांड तो चलिए काफी आगे का टॉपिक हो गया लेकिन अभी तो हम ठीक से अपनी पृथ्वी के बारे में भी नही जानते। एक बार अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि अगर हम समुद्र से एक गिलास पानी निकाले और कहे की इसमें तो शार्क और अन्य जीव है ही नही तो इसका मतलब ये नहीं है कि वे जीव वास्तव में नही है। बस वे हमारी पहुंच से थोड़ा दूर है।  ठीक यही बात भूतों पर भी लागू होती है। हमने देखा नही तो इसका मतलब ये थोड़े ही है कि भूत होते ही नहीं।

अब साइंस से जुड़े लोग आकर कहेंगे की क्या प्रूफ है तुम्हारे पास की भूत होते है। डोंट वरी बंधुओं........हम भी पूरे साइंटिफिक तरीके से प्रूफ करेंगे की भूत होते है।





तो चलिए शुरू करते है 🙂





आप लोगों ने डायमेंशन के बारे में तो सुना ही होगा। कुल मिलाकर इस ब्रह्माण्ड में बारह डायमेंशन पाए जाते है। अगर हम अपनी बात करे तो हम थ्री डायमेंशन में रहते है और हमारा जो साया बनता है वो हमेशा 2D होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कोई भी जीव ...चाहे वो किसी भी डायमेंशन से संबंधित क्यों न हो, अपने से छोटे डायमेंशन की चीजों को ही देख सकता है। उदाहरण के लिए हम ह्यूमन थ्री डायमेंशन से संबंधित है तो हम सिर्फ 3D,2D और 1D वस्तुएं ही देख सकते है। हमारा दिमाग कभी भी 3D से उपर की वस्तुओं को इमेजिन नही कर सकता। आई थिंक आप लोगों को कुछ कुछ समझ आ गया होगा। अगर अभी भी समझ नहीं आया तो कोई बात नहीं.....हमारे पास इसके लिए भी एक एग्जांपल है।

मान लीजिए की ( कभी ना कभी तो मैथ रहा ही होगा इसलिए मान लो😌) एक ऐसा जीव है जो टू डायमेंशनल है और जो सिर्फ X और Y अक्ष के अनुदिश ही गति करता है। अब वो जीव Y से X की तरफ आ रहा है और उसे मूल बिंदु पर एक बक्शा दिखाई देता है। वो उस बक्शे को खोलकर देखता है तो पता चलता है कि वो खाली है। वो फिर से Y अक्ष की तरफ चलने लगता है। अब हमे करना है कि उस बक्शे में एक गेंद डालनी है और उसे हिलाकर साउंड क्रिएट करनी है।

जिज्ञासा वश वो जीव बक्शे के पास आएगा और उसे खोलकर देखेगा ( जैसा कि अक्सर हॉरर मूवीज में होता है ) उसे अब उस बक्शे में एक गेंद नजर आएगी। वो शॉक्ड रह जायेगा की बक्शा अपने आप कैसे हिला और उसमे गेंद कहां से आई।

हम थ्री डायमेंशन से संबंधित है तो वो हमे नही देख सकता लेकिन हमारा साया....वो तो 2 D है ना भाइयों बहनों। साफ है की वो हमे नही देख सकता लेकिन हमारा साया तो उसे साफ नजर आएगा। सेम यही हमारे साथ वास्तविकता में होता है। अगर हमारे आस पास फोर डायमेंशन का कोई जीव होता है तो हमे वो जीव नही बल्कि उसका थ्री डायमेंशन साया दिखेगा। बस फिर क्या....हम लोग उसे ही भूत मान लेते है।

चलिए मै आपको एक और एग्जांपल बताती हूं। हम जानते है कि अगर किसी वस्तु का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है तो वो वस्तु हमारे नजदीक आ रही है और अगर किसी वस्तु का आकार घट रहा है तो वो हमसे दूर जा रही है। अब जरा कल्पना कीजिए की कोई वस्तु हमसे दूर जा रही है और उसका आकार भी बढ़ रहा है तो क्या हमे पता चल पाएगा की वो हमसे दूर जा रही है....बिलकुल नहीं। ऐसा सिर्फ तभी संभव है जब हम वस्तु को उपर से देख पाए। ये कुछ कुछ डार्क मैटर जैसा है ना जो आकार में भी बढ़ रहा है और हमसे दूर भी जा रहा है। 4D होने की वजह से ही हम डार्क मैटर को देख नही सकते बस उसकी ऊर्जा को महसूस कर सकते है ठीक इसी तरह हम किसी भूत को नही देख सकते बस उसकी ऊर्जा को महसूस कर सकते है। बाकी आत्माओं के बारे में किसी अन्य लेख में चर्चा करेंगे। अगर आप लोग किसी विषय पर लेख चाहते है तो कमेंट बॉक्स में बता सकते है।





धन्यवाद।

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8 Comments

Seema Priyadarshini sahay

06-Jun-2022 12:17 PM

बेहतरीन रचना

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Gunjan Kamal

04-Jun-2022 11:36 PM

शानदार

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Aakansha Rathour

05-Jun-2022 02:41 PM

Thanks

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Aakansha Rathour

06-Jun-2022 06:09 PM

❤️❤️

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Saba Rahman

04-Jun-2022 11:34 PM

Nyc

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Aakansha Rathour

05-Jun-2022 02:41 PM

❤️❤️

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